प्रकृति पर शायरी | 151+ Nature Shayari in Hindi 2023
Latest Nature Shayari in Hindi. Read Best Nature Shayari in Hindi For instagram, Nature Shayari in Hindi 2 Line, Romantic Nature Shayari in Hindi, Nature Lover Shayari in Hindi, प्रकृति पर शायरी दो लाइन in Hindi, खूबसूरत नजारा पर शायरी, सौंदर्य शायरी, हरियाली शायरी इन हिंदी, पहाड़ों वाली शायरी, सावन की हरियाली पर शायरी, पहाड़ की वादियां शायरी And Share it On Facebook, Instagram And WhatsApp.
#1 - Top Nature Shayari in Hindi
कल रात चाँद बिलकुल आप जैसा था,
वो ही ख़ूबसूरती,
वो ही नूर,
वो ही गुरूर,
और
वैसे ही आप की तरह दूर…
फूलों से तुम हँसना सीखो,
भंवरों से तुम गाना,
दरखत की डाली से सीखों,
फल आये तो झुक जाना…
कुछ दिन से जिन्दगी मुझे पहचानती नही,
यूँ देखती हैं जैसे मुझे जानती नहीं…
मोहब्बत तो बस इक एहसास हैं,
जिस से हो जाए बस वही खास हैं…
नसीब जिनके ऊँचे और मस्त होते हैं,
इम्तिहान भी उनके जबरदस्त होते हैं…
#2 - Nature Shayari in Hindi For Instagram
धरती गगन हवा पवन ये सब प्रकृति के फूल हैं,
इनके एहसास ही गुलों की खुशबू और गुलशन का उसूल हैं…
क़ुदरत एक शायरी है जिसे ख़ुदा रोज़ लिखता हैं,
क़ुदरत एक आशिकी है जिसमें खुदाई का एहसास पलता हैं…
काम तो बनते हैं रिस्क से,
पर हमें दर लगता है इश्क़ से..
नीचे गिरे सूखे पत्तों पर अदब से चलना जरा,
कभी कड़ी धूप में तुमने इनसे ही पनाह मांगी थी…
आज़ाद पंछी हूँ,
आज़ादी पसंद करती हूँ,
ना किसी को क़ैद रखती हूँ,
ना किसी की क़ैद में रहती हूँ…
#3 - Nature Shayari in Hindi 2 Line
क़ुदरत क्या कहती है कैसे,
कहती है क्यों कहती हैं
ये तो ऊपर वाले की आवाज़ हैं,
जो हमेशा कायम रहती हैं…
ऐ सावन तू क्यों इतनी बेरुखी कर रहा हैं,
ना वो समझती बारिश, ना कोई ख़ुशी दे रहा हैं,
क्या तेरी बदली तुझसे खफ़ा हो गयी
या तू कही और दिल्लगी कर रहा हैं…
प्रकृति मुफ्त में हवा बेशकीमती देती है,
सांस लेने और जिंदा रहने का आधार देती है,
लोग वेंटिलेटर के ऑक्सीजन को कीमती समझते हैं,
जिंदगी देने वाले पेड़ और प्रकृति से खिलवाड़ करते हैं।
अगर अगली पीढ़ी को देनी है चैन की सांस,
लगाओ अनगिनत पेड़ और संरक्षित करो पूरा जहान।
आएगा एक ऐसा वक्त जब सांस लेना हो जाएगा दुश्वार,
अभी से लगाओ पेड़, नहीं तो जीवन हो जाएगा बेकार।
#4 - Romantic Nature Shayari in Hindi
भूलकर भी मत काटना किसी पेड़ को, इनमें भी बसती है जान,
नहीं रहेंगे अगर पेड़, तो यह धरती हो जाएगी सुनसान।
-
पता नहीं हम अपनों से क्यों रिश्तों को तोड़ देते हैं,
प्रकृति फिर भी किसी न किसी बहाने हमसे रिश्ता जोड़ लेती है।
तुम्हारी गलतियां एक दिन तुम्हारा काल बनेगी,
पेड़ लगाओं और अपनी गलतियों को सुधारों।
इस नश्वर जीवन में कुछ भी मुफ्त का नहीं है,
सिर्फ प्रकृति ही वो सुविधा है, जो मुफ्त में सब कुछ देती है।
दुनिया में तुम्हें वही मिलता है, जो तुम दूसरों को देते हो,
प्रकृति ही एक ऐसी व्यवस्था है, जो सिर्फ देती है, बदले में कुछ लेती नहीं।
#5 - Nature Lover Shayari in Hindi
दुनिया वो नहीं जो दिखती है,
दुनिया तो प्रकृति के सात रंगों से ही खिलती है।
-
पेड़ तो हैं मानव जीवन का आधार,
इसको तो संरक्षित करो मेरे यार।
गर करोगे पेड़ और पौधों को नष्ट,
जल्द ही खत्म हो जाएगा मानव जीवन का पूरा चक्र।
जंगल हैं, तो किसके हैं, नदी है, तो है किसकी,
ये पेड़, पहाड़ और झरने, ये सारी प्रकृति है किसकी,
इन बातों को ध्यान में रखकर उठाना अपनी कुल्हाड़ी,
वरना प्रकृति दिखाएगी ऐसा रूप, मात खा जाएंगे बड़े से बड़े खिलाड़ी।
-
नदी, पहाड़, जंगल और झरने ये सब हैं प्रतीक निस्वार्थ के,
आओ इनको संरक्षित कर सुरक्षित करें जीवन अपनों के।
#6 - प्रकृति पर शायरी दो लाइन in Hindi
आज सींचोगे तो कल फल जरूर मिलेगा,
ये वो रिश्ता है जहां कभी धोखा नहीं मिलेगा।
-
हमने गर लगाए खूब सारा पेड़, काम वो हमारे ही आएगा,
सींचेंगे गर हम उसे रोज, साथ वो हमारा जीवन भर निभाएगा।
-
प्रकृति की आभा को आंकों न कम तुम,
सूकून की नींद कहीं आएगी, तो वो इसी की छांव है।
आओ हम मिलकर पेड़ लगाए,
धरती को फिर से स्वर्ग बनाएं।
-
विकासवाद की अंधी दौड़ में काट रहें हम पेड़ों को क्यों?
पा लेंगे कुछ जमीं का टुकड़ा, पर मत पूछो हम खो देंगे क्या?
#7 - खूबसूरत नजारा पर शायरी
बचपन में हमने लगाए थे कुछ पेड़ आज उसी की छाया है,
कल हम रहें न रहें पर ये पेड़ रहेंगे यही प्रकृति की माया है।
-
जो गर आज काटोगे तुम पेड़-पौधे, तो कल नहीं होगी हरियाली,
कल जो होगी संतान तुम्हारी, वो फिर कैसे काटेगी जिंदगानी।
-
आओ करें अपने आस-पास प्रकृति का बचाव,
इसी से होगा आने वाली पीढ़ियों का बचाव।
प्रकृति से मिलती हमें हवा,
प्रकृति से मिलती हमें दुआ,
प्रकृति से मिलता है सब कुछ,
फिर भी नहीं होती प्रकृति संग वफा।
-
अचरच होती है मनुष्य का व्यवहार देखकर,
मनुष्य द्वारा प्रकृति संग हो रहा खिलवाड़ देखकर,
मन खुश होता है प्रकृति का अपार स्नेह देखकर,
दिल में सांप लोटते हैं, मनुष्य तेरा निर्लज्ज व्यवहार देखकर।
#8 - सौंदर्य शायरी
सुबह की ताजी हवा तुझे पसंद है,
चिड़ियों की आवाजें तुझे पसंद हैं,
मेघों का बरसना तुझे पसंद है,
तुझे प्रकृति की हर रचना पसंद है,
फिर क्यों, तू प्रकृति को नष्ट कर रहा है?
-
पेड़ तू काटता जा रहा,
नदी-नालों को ढकता तू जा रहा,
फिर भी सुकून की तलाश में पहाड़ों पर तू जा रहा,
प्यारे एहसास के लिए नदियों के पास तू पहुंच रहा,
इतना अजीब व्यवहार क्यों मनुष्य तू कर रहा,
क्यों, तू आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ भी नहीं बचा रहा।
-
पहाड़ों ने टूटकर रास्ता तोड़ दिया,
नदियों के वेग ने घर तेरा बहा दिया,
तबाही के इस मंजर ने तुझे अंदर तक दहला दिया,
ये सब तेरी करनी है, जिसका सिला प्रकृति ने दिया।
नदियों से रास्ता तुमने छिना है,
बाढ़ लाने का न्योता तुमने ही दिया है,
नदियों को कोसने से कुछ नहीं होगा,
प्रकृति को प्रताड़ित तुमने ही किया है।
-
क्यों सिमटा रहे हो पर्वतों को,
क्यों काटते हो वृक्षों को,
क्यों छीन रहे हो जानवरों के घर को,
क्यों बर्बाद कर रहे हो प्रकृति को।
#9 - हरियाली शायरी इन हिंदी
पेड़ ताजी हवा देता है,
मनुष्य इसे कटवा देता है,
नदियां शीतल जल देती हैं,
मनुष्य इसे मोड़कर प्लॉट बना देता है,
प्रकृति जीवन दान देती है,
मनुष्य विनाश को न्योता देता है।
-
मेघ के साए में, गिरि के बाहों में,
सुकून बसता है प्रकृति तेरी ही पनाहों में।
-
प्रकृति अभी भी बरकरार है,
तभी तो धरती पर बहार है।
यह धरा, ये हवा, ये गगन, ये पवन सब हैं प्रकृति के ही फूल,
इनका एहसास ही है जीवन की खुशबू और जिंदगी का मूल।
-
प्रकृति वरदान है, मत बना इसे अभिशाप,
हर किसी को दंड दे जाएंगे तेरे ये पाप,
बच्चों के लिए कहा से ला पाएगा ये शुद्ध हवा,
क्या अशुद्ध हवा में सांस ले पाएंगे बच्चे तेरे जवां,
वक्त रहते रोक दे यूं प्रदूषण और गंदगी को फैलाना,
वरना करना होगा हम सबको प्रकृति के प्रकोप का सामना।
#10 - पहाड़ों वाली शायरी
नदी मर जाएंगी, पर्वत मर जाएंगे,
हवा, मिट्टी और पेड़ भी मर-मर जाएंगे,
नहीं रोका तूने प्रकृति संग खिलवाड़,
तो खत्म हो जाएगी जीने की आस।
-
प्रकृति से ही है जीवन का आधार
इसे बिना सबका जीवन है बेकार।
-
गगनचुंबी पहाड़ी,
ऊंचाई की खामोशी,
सूरज की रोशनी,
चंदा की चांदनी,
कुदरत की मदहोशी,
इनका कर्ज चुका सकती है सिर्फ सरफरोशी।
प्रकृति तेरे हर रूप की मैं दीवानी,
तेरी धूप, तेरी छांव के बिन दुनिया अधूरी,
नदी-नहरों का बहता ये पावन पानी,
ऐसी पावन प्रकृति बिन अधूरी मनुष्य की कहानी।
-
ये प्यारी ओस की बूंदे,
ये खिलखिलाती सूरज की किरणें,
ये लहराते हवा के झोकें,
सब हैं प्रकृति का तोहफे।
Related Posts :
Thanks For Reading प्रकृति पर शायरी | 151+ Nature Shayari in Hindi. Please Check Daily New Updates On Devisinh Sodha Blog For Get Fresh Hindi Shayari, WhatsApp Status, Hindi Quotes, Festival Quotes, Hindi Suvichar, Hindi Paheliyan, Book Summaries in Hindi And Interesting Stuff.
No comments:
Post a Comment